जीवन का उत्तम लाभ केवल गुरु के उपदेश का पालन करने से ही संभव है.
महान अवतारी होते हुए भी प्रभु राम को गुरु वशिष्ठ और श्रीकृष्ण को गुरु संदीपनि की शरण में जाना पड़ा था.
गुरु कृपा पाने के लिए केवल सच्ची श्रद्धा और धैर्य का होना जरूरी है.
जीवन में आगे बढ़ने के रास्ते बहुत हैं लेकिन सभी रास्ते कठिनाइयों और मुसीबतों से भरे हैं.
ऐसे में गुरु ही इंसान को मुसीबतों से बचाते हुए मंजिल तक ले जाने में सक्षम हैं.